मिलावट का ज़माना है???? No Further a Mystery

एक परखनली में एक चम्मच दूध लेकर जांच लें कि दूध में यूरिया तो नहीं है. आधा चम्मच तूर दाल या सोयाबीन पाउडर डालें.

दूध में मिलावट है या नहीं, घर पर कर सकते हैं जांच, सच्चाई जानने के लिए अपनाइए आसान तरीका

दूध में मिले डिटर्जेंट पाउडर को पहचानें

अपमिश्रित खाद्य पदार्थ तथा स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव

न्यूट्रिशनल स्टैंडर्ड्स से समझौता करते हुए दूध की बाहरी बनावट में सुधार करने के लिए उसे परिवर्तित और रंगीन किया जाता है।

पहले मिठाई को अच्छे से देखकर, दूसरा सूंघकर और तीसरा उसे खाकर उसका पता लगा सकते हैं. कि इसमें मिलावट है या नहीं.

सामान्यतः बाजार में उपलब्ध खाद्य पदार्थों में मिलावट का संशय बना रहता है। दालें, अनाज, दूध, मसाले, घी से लेकर सब्जी व फल तक कोई भी खाद्य पदार्थ मिलावट से अछूता नहीं है। आज मिलावट का सबसे अधिक कुप्रभाव हमारी रोजमर्रा के जीवन में प्रयोग होने वाली जरूरत की वस्तुओं पर ही पड़ रहा है। शरीर के पोषण के लिए हमें खाद्य पदार्थों की प्रतिदिन आवश्यकता होती है। शरीर को स्वस्थ रखने हेतु प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन तथा खनिज लवण आदि की पर्याप्त मात्रा को आहार में शामिल करना आवश्यक है तथा ये सभी पोषक तत्व संतुलित आहार से ही प्राप्त किये जा सकते हैं। यह तभी संभव है, जब बाजार में मिलने वाली खाद्य सामग्री, दालें, अनाज, दुग्ध उत्पाद, मसाले, तेल इत्यादि मिलावटरहित हों। खाद्य अपमिश्रण से उत्पाद की गुणवत्ता काफी कम हो जाती है। खाद्य पदार्थों में सस्ते रंजक इत्यादि की। मिलावट करने से उत्पाद तो आकर्षक दिखने लगता है, परंतु पोषकता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, जिससे ये स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं।

इंटरनेट पर ऐसे बहुत से टेस्ट उपलब्ध हैं जिनके बारे में कहा जाता है कि वे शहद की शुद्धता की जांच करते हैं। शहद की शुद्धता के कुछ फेक टेस्ट में शामिल हैं:

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यदि दुकानदार ग्राहक की मांग के अनुसार गुणवत्ता वाला भोज्य पदार्थ देने में अक्षम हो। किसी खाद्य पदार्थ में उसके अभिन्न पदार्थों के अतिरिक्त किसी अन्य पदार्थ की उपस्थिति उस खाद्य सामग्री को मिलावटी बना देती है। इसके अतिरिक्त मानक स्तर से कम स्तर वाला भोज्य पदार्थ भी अपमिश्रित माना जाता है। किसी खाद्य सामग्री में कोई अवयव या पदार्थ इस तरह संशोधित किया गया हो, जिससे मूल खाद्य पदार्थ की संरचना, प्रकार तथा गुणवत्ता स्तर इस प्रकार बदल जाए और शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव डाले। भोज्य पदार्थ से कोई अवयव आंशिक या संपूर्ण रूप से निकाल लिया गया हो।

चंद्रवीर सिंह ने बताया कि मिठाई खरीदने जाएं तो उसका कलर देखें, मिठाई का कलर ज्यादा गहरा है तो उसे ना ले. खाद्य विभाग के अनुसार फूड सेफ्टी के अंतर्गत अगर कोई भी वस्तु खरीदें तो तीन चीज देखी जाती है जिसका खास तौर से ध्यान रखें.

शहद की बढ़ती मांग और अधिक लाभ कमाने के लिए, कई कंपनियां हैं जो सस्ते विकल्प के साथ शहद में मिलावट करती हैं। मिलावटी शहद निश्चित रूप से शुद्ध या कच्चे शहद जितना अच्छा स्वास्थ प्रदान नहीं करता है। चूंकि, शुद्ध और मिलावटी शहद के बीच कोई रिमार्केबल फिजिकल डिफरेंस नहीं है, इसलिए शहद की शुद्धता का आकलन करना बेहद मुश्किल हो जाता है। website यहां कुछ घरेलू और लेबोरेटरी टेस्ट्स हैं जो यह निर्धारित करने के लिए किए जा सकते हैं कि शहद शुद्ध है या नहीं।

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खाद्य अपमिश्रण जाँच के आसान परीक्षण[मृत कड़ियाँ] (डॉ॰ अनुपमा सिंह एवं डॉ॰ मानविका सहगल)

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